2022-23 अकादमिक कैलेंडर
जैसा कि आपको विदित है, अकादमिक सत्र 2022-23 17 जून 2022 से प्रारंभ हो चुका है। विगत दो वर्षों में कोविड के कारण शालाओं के नियमित संचालन न होने के कारण उत्पन्न हुए ‘लर्निग लॉस’ की पूर्ती हेतु राज्य स्तर से रणनीति तैयार की गई है, जिसे प्रदेश की प्रत्येक शाला में क्रियान्वयन किया जाना है। इस रणनीति के तहत विभिन्न शैक्षिक सामग्री के उपयोग हेतु निम्नानुसार अकादमिक कैलेण्डर तैयार किया गया है:
उपर्युक्त अकादमिक कैलेण्डर के अनुसार सत्र संचालन हेतु विस्तृत दिशा निर्देश निम्नानुसार है
1. कक्षा 1 एवं 2 हेतु इस सत्र से ‘मिशन अंकुर’ की अभ्यास पुस्तिका का प्रयोग किया जाए। इस हेतु एफ.एल.एन. प्रशिक्षण में रखी गई पेडागॉजी का प्रयोग करते शिक्षक संदर्शिका में वर्णित पाठ योजनाओं का उपयोग करें। यह विशेष सावधानी रखी जाए कि केवल ‘मिशन अंकुर’ अंतर्गत एफ. एल.एन. प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षक ही कक्षा 1 एवं 2 में अध्यापन कार्य करावे ।
विद्या प्रवेश
विद्या प्रवेश :- यह कक्षा पहली के विद्यार्थियों के लिए अल्पकालीन तीन माह का खेल आधारित कार्यक्रम है। इसके माध्यम से विद्यार्थियों को औपचारिक शिक्षा में प्रवेश के लिए तैयार किया जाएगा।
यह शाला तैयारी ( School Readiness) कार्यक्रम है, जिसमें कक्षा 1 व 2 कि वर्कबुक में पहले 12 सप्ताह के लिए दी गयी गतिविधियों के माध्यम से अक्षर,ध्वनि,शब्द, रंग, आकर, संख्या आदि से बच्चों को परिचित कराया जाएगा। इस मॉड्यूल को क्रियान्वित करने में अभिभावक का भी योगदान लिया जाए।
2. कक्षा 3-8 के लिए सत्र प्रारंभ होने पर सर्वप्रथम छात्रों द्वारा ग्रीष्मकालीन अवकाश में उपयोग की गई ‘प्रयास’ पुस्तिकाओं को जांचा जाए तथा उनमें दिए गए प्रोजेक्ट/ गतिविधियों पर कक्षा में चर्चा करते हुए छात्रों के अनुभवों को साझा किया जाए। इस हेतु 8 से 10 दिन का समय लिया जा सकता है।
इसके पश्चात जून के अंतिम सप्ताह में ‘दक्षता उन्नयन’ हेतु विगत वर्षों की भांति ‘बेसलाईन टैस्ट’ आयोजित कर ‘अंकुर’, ‘तरूण’ एवं ‘उमंग’ समूहों में छात्रों पर शिक्षक द्वारा विशेष ध्यान दिया जाए तथा बेसलाईन से लेकर 15 अगस्त तक दक्षता उन्नयन की यथोचित वर्कशीट्स पर कार्य करावे। ‘उमंग’ समूह के छात्रों को ‘अंकुर’ समूह के छात्रों को सहयोग प्रदान कर peer learning हेतु प्रेरित करें।
इस हेतु प्रत्येक ‘उमंग’ छात्र को 3 से 4 ‘अंकुर’ छात्रों को ‘कोच’ करने के लिए प्रेरित किया जा सकता है। इस प्रकार 15 अगस्त, 2022 तक केवल दक्षता उन्नयन पर ही पूर्णकालिक कार्य किया जाए, जिससे सभी छात्रों में भाषा एवं गणित की मूलभूत दक्षताओं का विकास हो सकें।
3. विगत सत्र के ‘लर्निंग गैप’ की पूर्ती हेतु राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा n-1 सेतु सामग्री तैयार की गई है, जिसमें प्रत्येक छात्र को उसकी पिछली कक्षा की ऐसी अवधारणाओं को पढ़ाया जाना है, जो वर्तमान कक्षा के लर्निंग आउटकम को प्राप्त करने के लिए आवश्यक है।
कक्षा 3 से 8 हेतु 16 अगस्त से लेकर 31 अक्टूबर 2022 तक इन n-1 अभ्यास पुस्तिकाओं पर कार्य करावे। चूंकि यह अवधारणाएं वर्तमान कक्षा के पाठों को समझने के लिए आवश्यक है, अतः इन अवधारणाओं को अत्यंत विस्तार से कक्षा में पढ़ाया जाएं तथा ऐसा करने के बाद ही n–1 वर्कशीट्स हल करई जाए। किसी भी हाल में दीपावली तक वर्तमान कक्षा यानि एट-ग्रेड शिक्षण को प्रारंभ नहीं किया जाए।
1 नवम्बर 2022 पश्चात् एट-ग्रेड (वर्तमान कक्षा) शिक्षण प्रारंभ होगा। एट-ग्रेड पाठय कम को दो भागों में विभाजित किया गया है- 60% पाठ कक्षा- शिक्षण हेतु तथा 40% पान प्रोजेक्ट कार्य हेतु। 60% कक्षा- शिक्षण वाले पाठों हेतु पाठ शिक्षण के पश्चात् सहायक सामग्री के रूप में एट-ग्रेड वर्कशीट्स का भी प्रयोग करें।
साथ ही जो 40% पाठयकम प्रोजेक्ट कार्य हेतु चिन्हांकित किया गया है, उसके बारे में कक्षा में संक्षिप्त में छात्रों का उन्मुखीकरण अवश्य कर उन्हें सार्थक प्रोजेक्ट तैयार करने हेतु प्रेरित करें। यह ध्यान रखा जाएं कि
नवंबर से लेकर प्रत्येक माह में कुछ प्रोजेक्ट छात्रों से submit/ जमा करवाएं – इन्हें वर्षान्त में एक साथ submission हेतु नहीं रखें – ताकि प्रोजेक्ट कार्य की गम्भीरता बनी रहें।